OBC समिति की आवश्यकता:
उप-श्रेणीकरण की आवश्यकता इस धारणा से उत्पन्न होती है कि OBC की केंद्रीय सूची में शामिल कुछ ही संपन्न समुदायों को 27 प्रतिशत आरक्षण का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त होता है।
ओबीसी संयोजन समिति एक पंजीकृत, गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी संगठन है जो समाज के वंचित और हाशिए पर रहने वाले वर्गों की मुक्ति के लिए काम कर रहा है, जिसका विशेष ध्यान ओबीसी अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं और बच्चों पर है। संगठन को 10 जनवरी 2020 को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) संयोजन समिति छत्तीसगढ़ के रूप में पंजीकृत किया गया था। युवा और उत्साही टीम का एक समूह जो सामाजिक कार्यकर्ता हैं और समानता और समता के समग्र विकास के लिए युवा और ग्राम स्तर के सामूहिक आंदोलन का गठन करते हैं। जिनके पास अपने संबंधित क्षेत्र का पुख्ता ज्ञान और अनुभव हो। हमने क्षेत्र में स्वयंसेवकों, सामुदायिक नेताओं और कर्मचारियों की एक मजबूत और समर्पित टीम बनाई है, जो हमारे सामान्य उद्देश्य की प्राप्ति के लिए काम करते हैं। हम भागीदार संगठन, सामाजिक कार्यकर्ताओं और मित्रों के विस्तृत नेटवर्क से भी समर्थन प्राप्त करते हैं।
समिति खाता क्यूआर कोड स्कैन करके और सामाजिक सहायता और वित्तीय दान की पेशकश करके अपने प्रियजनों को प्रेरित करें।
प्रतिवर्ष होने वाले निर्धारित कार्यकम
अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ, भारत एवं ओ.बी.सी. संयोजन समिति , छत्तीसगढ़ के मुख्य पदाधिकारी स्वयंसेवक
अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ से संबद्ध ओबीसी संयोजन समिति, छत्तीसगढ़ द्वारा समय समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसकी विस्तृत जानकारी हमारे ब्लॉग पेज में मौजूद है ॥
आज ओबीसी संयोजन समिति छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में विभिन्न जिलों में ज्ञापन सौंप कर निम्नलिखित मांगे रखी गई
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आगे पढ़े*छात्रवृत्ति योजना में ओबीसी वर्ग के छात्र-छात्राओं के साथ हो रहा है भेदभाव- ओबीसी संयोजन समिति*
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